राहत: आरएमएल अस्पताल के मरीजों में नहीं मिला कोरोना वायरस
सेहतराग टीम
चीन में फैले कोरोना वायरस का असर भारत तक पहुंच गया है। केरल में एक छात्र में वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है मगर राहत की खबर दिल्ली से आई है जहां राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती तीन संदिग्ध मरीजों की खून जांच की रिपोर्ट आ गई है और खुशी की बात है कि तीनों में कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं पाया गया है। अस्पताल प्रशासन ने सेहतराग को बताया था कि तीनों मरीजों के लक्षणों को देखते हुए उन्हें आइसोलोशन में रखा गया था और उनके खून के नमूने जांच के लिए भेजे गए थे। अब ये साफ हो गया है कि तीनों को कोरोना का संक्रमण नहीं है। ये तीनों मरीज हाल ही में चीन से आए थे। गौरतलब है कि आरएमएल में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है, जिसमें 8 बेड रिजर्व रखे गए हैं। इस बीच एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने सेहतराग को बताया कि एम्स में भी इस वायरस से निपटने की पूरी तैयारी कर ली गई है और वहां के डॉक्टरों और नर्सों को भी इसके लिए प्रशिक्षित किया गया है।
पढ़ें- केरल में पहला कोरोना वायरस का मामला आया सामने, वुहान से लौटा था छात्र
आरएमएल अस्पताल के वार्ड 5 को कोरोना वायरस के मरीजों के लिए आइसोलोशन वार्ड बना दिया गया है। यहां पर दो क्यूबिकल हैं, जिसमें चार-चार बेड हैं। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि इस वायरस के जो मरीज आ रहे हैं, उनके ब्लड सैंपल की जांच पुणे में हो रही है। आरएमएल में भर्ती तीनों मरीजों का भी ब्लड सैंपल पुणे भेजा गया था जिसकी रिपोर्ट आ गई। उसमें तीनों सुरक्षित बताए गये हैं। वहीं इस दौरान हमने अस्पताल अधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया कि आरएमएल अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ इस वायरस के मरीजों के इलाज के लिए ट्रेंड हैं और उनकी पूरी टीम इस वायरस के मरीजों के लिए तैयार है।
अधिकारी के अनुसार एयरपोर्ट पर भी आरएमएल अस्पताल के डॉक्टरों की टीम चीन से आने वाले मरीजों की स्क्रींनिंग कर रही हैं जिसमें सफलता भी मिल रही हैं। आरएमएल अस्पताल में भर्ती मरीजों के बारे में अधिकारी ने बताया कि तीनों में एक कुछ महीने पहले ही चीन से आया था। उसके बाद उसे कुछ दिक्कत हो रही थी तो वह इलाज के लिए अस्पताल में आया जिसके बाद उसका ब्लड सैंपल जांच के लिए पुणे भेजा गया था जिसकी रिपोर्ट आ गई है। वहीं बाकी दो मरीज भी चीन से ही आए हैं।
सेहतराग संवाददाता की मौजूदगी में ही एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया भी कोरोना वायरस के इलाज से संबंधित इंतजाम का जायजा लेने राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचे। सेहतराग से बातचीत में उन्होंने बताया कि अस्पताल में कोरोना वायरस के जोखिम को देखते हुए तैयांरियां शुरू कर दी गई हैं। संस्थान ने वायरस के संदिग्धों से निपटने के लिए एक अलग वार्ड बनाया हैं। एम्स में भी ऐसे संदिग्ध मामलों से निपटने के लिए पूरा इंतजाम कर दिया गया हैं। यही नहीं उन्होंने बताया कि इस बीमारी के इलाज के लिए डॉक्टरों और नर्सों को भी प्रशिक्षित कर दिया गया है।
इसे भी पढ़ें-
आयुष मंत्रालय ने कहा- कोरोना वायरस से बचना है तो होम्योपैथी और यूनानी दवाओं की मदद लें
Comments (0)
Facebook Comments (0)